India's great leader

दो शाश्वत महानायकों का आज जन्मदिन है। एक वो, जिन्होंने अहिंसा और शांति के बल पर राष्ट्रीय स्वतन्त्रता समर के विजयरथ को ऐसी दिशा दी, कि अंग्रेजों के अहंकार के सूरज को पश्चिम दिशा का मुँह देखना पड़ा। दूसरे वो, जिन्होंने पूरे विश्व के सामने यह स्थापित किया कि देश के सम्मान को यदि ललकारा गया, तो हमारी सेना न सिर्फ मुँह तोड़ जवाब देना जानती है, बल्कि ऐसी छाप छोड़ती है कि सदियां याद रखती हैं! आज, उन दोनों के जन्मदिवस पर उनको शत-शत प्रणाम!
'युद्ध की सम्भावना में जी रहे सब देश सुन लें
युद्ध भी है, बुद्ध भी है, जिसे चाहें उसे चुन लें'

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Mortal Combat Session 2