बबुनिया और गोपालगंज मोड़ पर लिया गया सैंपल, 32 लोगों में मिला संक्रमण

जिले में पिछले 24 घंटे के के अंदर हुई कोविड-19 जांच में 32 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित मिले हैं। सोमवार को बबुनिया मोड़ एवं गोपालगंज मोड़ के समीप कैंप लगाकर स्वास्थ्य विभाग ने लोगों की कोविड-19 जांच की। दोनों कैंप में करीब 50 व्यक्तियों की कोविड-19 जांच की गई। जांच में सभी व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव आई। जिले में अब तक एक लाख 38हजार 732 सैंपलों की जांच हो चुकी है। इसमें 3669 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले है। इसमें से करीब 3397 व्यक्ति कोरोना से जंग जीत चुके हैं। करीब 24 कोरोना से संक्रमित लोगों की मौत भी हो चुकी है। जिले में अभी 246 कोरोना के एक्टिव मरीज है। एक मरीज यूनानी मेडिकल कॉलेज में तथा शेष होम आइसोलेशन में हैं। सदर अस्पताल के ट्रू नेट लैब में जांच में 10 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित मिले हैं। ट्रू नेट जांच में मैरवा प्रखंड के तीन,सीवान सदर का तीन,आंदर का एक,छपरा का एक तथा बड़हरिया का 1 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित मिला है। 16 सितंबर को आरएमआरआई पटना भेजे गए सैंपल की जांच में 4 तथा 17 सितंबर को भेजे गये सैंपलों की जांच में 04 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित मिले हैं। सोमवार को जिले में 4082 व्यक्तियों की जांच रैपिड एंटीजन किट से इसमें 10 व्यक्ति कोरोना से संक्रमित मिले। इस दौरान 192 सैंपल टू नेट तथा 305 सैंपल आरटी पीसीआर जांच के लिए लिया गया।

कोरोना को मात देकर लौटनेवालों का करें स्वागत
कोरोना को हराने के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से घर आने वाले चैंपियंस का अगर करीबी दिल से स्वागत करें और उनका हालचाल जानें तो वह बहुत जल्दी ही चिंता और तनाव से उबर सकते हैं। इस दौरान ऐसे कई उदाहरण देखने को भी मिल रहे हैं। जहां पर चैंपियंस के अस्पताल से लौटने पर सोसायटी या आस-पड़ोस के लोगों ने फूल बरसाकर उनका एक योद्धा के रूप में स्वागत भी किया है।

सामान्य व्यवहार से दूर होगा तनाव
सिविल सर्जन डॉ. यदुवंश कुमार शर्मा ने कहा कि कोरोना उपचाराधीन के बारे में यह देखने को मिल रहा है कि उनको बीमारी से ज्यादा यह चिंता सताती रहती है कि लोग क्या कहेंगे और उनके साथ कैसा व्यवहार करेंगे। उनकी इस चिंता और तनाव को तभी दूर किया जा सकता है जब उनके साथ पहले जैसा सामान्य व्यवहार करें। कोविड-19 को मात देने वाले व्यक्ति के साथ बातचीत करना पूरी तरह से सुरक्षित है। इसके अलावा यह भी जानना जरूरी है कि कोरोना से जंग जीतने वाले व्यक्ति से वायरस नहीं फैलता है, नियमित दिनचर्या शुरू करने के साथ कोरोना चैंपियन को भी कोविड-19 से बचाव के प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करना अनिवार्य है।

भेदभाव से कमजोर होगी लड़ाई
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का प्रसार धीरे-धीरे कम होने लगा है। इसस उबरने वाले की संख्या में वृद्धि हो रहे हैं। काफी संख्या में लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। कोरोना को मात देकर समाज की मुख्यधारा में लौटने वाले किसी भी चैंपियन के साथ इस डर से भेदभाव करना कि उससे कोरोना फैल सकता है, लड़ाई को कमजोर बनाएगा। कोरोना वायरस को मात देने वालों के साथ सामाजिक भेदभाव करना वैज्ञानिक और मानवीय दोनों दृष्टिकोण से उचित नहीं है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ यदुवंश कुमार शर्मा ने कही। उन्होने कहा चैंपियंस ने ऐसे वायरस को हराया है जो कि किसी को भी और कभी भी हो सकता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2ZVj742
via IFTTT

Post a Comment

Mortal Combat Session 2