दिघरा फर्जी डकैती मामले में आंदोलन करने वालों पर पुलिस का शिकंजा, 54 नामजद और 100 अज्ञात पर एफआईआर

दिघरा बिशनपुर पट्टी गांव में किराना व्यवसायी के घर में कथित डकैती व बेटी के अपहरण के मामले में सड़क जाम करने को लेकर सदर थाने में शेरपुर व दिघरा गांव के 54 लोगों को नामजद और 100 अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। मुशहरी सीओ सुधांशु शेखर के आवेदन पर रविवार शाम में एफआईआर दर्ज की गई।

इसमें कांग्रेस नेता धर्मवीर शुक्ला और जाप नेता मुक्तेश्वर सिंह के साथ दिव्यांग किराना व्यवसायी को भी आरोपी बनाया गया है। सीओ ने कहा, सभी आरोपी घटना को लेकर एनएच-28 को जाम किया। फिर प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो उदंडता से पेश आए। सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की। सीओ ने कहा, चुनाव कार्य में व्यस्तता के कारण 4 सितंबर को सड़क जाम की एफआईआर दर्ज करने में विलंब हुआ।
इन्हें किया गया है नामजद: शंभू पांडे, शंभू चौधरी, रंजीत कुमार पांडे, सुनील चौधरी, अर्जुन चौधरी, नंदनकुमार झा, अरविंद चौधरी, अनिल चौधरी, प्रवीण कुमार, मनीष कुमार, गौतम कुमार, विक्रम कुमार, आर्यन राज, सुमन कुमार, राजीव कुमार, नंदकुमार चौधरी, विशाल कुमार, आलोक कुमार, रामा शंकर चौधरी, अभिराम कुमार, अरविंद कुमार, आदित्य कुमार, सुरेश पांडे, विपुल कुमार, अविनाश कुमार, कपिल देव पांडे, रविंद्र पांडे, संतोष पांडे, हिमांशु कुमार, सत्यम कुमार, विकास कुमार, अजय पांडे, रामदयाल पांडे, अर्जुन पांडे, सत्रोहन पांडे, अंगद पांडे, शिवजी पांडे, विनोद चौधरी, अमरनाथ चौधरी, रामनरेश मिश्रा, पंकज मिश्रा, अनिल मिश्रा, विनीत कुमार, आयुष भारद्वाज, उत्तम कुमार, शिवम कुमार, अरविंद कुमार, प्रफुल्ल कुमार, शिवम कुमार, ओमप्रकाश शाही, रामकुमार चौधरी, नंदन कुमार, कांग्रेस नेता धर्मवीर शुक्ला और जाप नेता मुक्तेश्वर सिंह।
सड़क जाम में भाग नहीं लेने वालों पर भी प्राथमिकी का आरोप
कांग्रेस नेता धर्मवीर शुक्ला ने कहा, जो लोग जाम में मौजूद नहीं थे, रंजिश के तहत उसे भी एफआईआर में नामजद अभियुक्त बनाया गया है। उन्होंने बताया कि 4 सितंबर को जब सड़क जाम हुई थी, तब वह वहां मौजूद नहीं थे। उस दिन वह कांग्रेस की वर्चुअल मीटिंग के सिलसिले में पटना गए थे। अगले दिन पीड़ित परिवार से वह मिलने अवश्य गए थे, लेकिन मुशहरी सीओ ने मुझे भी सड़क जाम की एफआईआर में नामजद आरोपी बना दिया, जो सरासर गलत है। पुलिस घटना के दिन मौके पर उनकी मौजूदगी का साक्ष्य प्रस्तुत कर दे ताे वह खुद सरेंडर कर देंगे। इधर, जाप नेता मुक्तेश्वर सिंह ने भी कहा, वह जाम के वक्त दिघरा में माैजूद नहीं थे।



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FIR on police, 54 named and 100 unknown on agitators in Dighra fake dacoity case


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